उज्जैन-इंदौर के बीच 950 करोड़ की लागत से बनेगा नया फोरलेन, सफर होगा सिर्फ 30 मिनट में पूरा
मध्य प्रदेश में उज्जैन और इंदौर के बीच एक नए फोरलेन रोड का निर्माण होने जा रहा है, जो दोनों शहरों को बेहतर और तेज कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। इस 65 किलोमीटर लंबे फोरलेन मार्ग पर 950 करोड़ रुपये की लागत आएगी, और यह परियोजना 2028 में होने वाले सिंहस्थ मेले को ध्यान में रखते हुए बनाई जा रही है। इस फोरलेन के बनने से उज्जैन से इंदौर तक का सफर मात्र 30 मिनट में पूरा किया जा सकेगा, जिससे श्रद्धालुओं और स्थानीय निवासियों दोनों के लिए यात्रा का अनुभव बेहतर और तेज होगा।
सिंहस्थ 2028 के लिए तैयारियां: प्रमुख सड़कों का होगा विकास
सिंहस्थ 2028 के धार्मिक मेले को ध्यान में रखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने उज्जैन को अन्य प्रमुख शहरों से जोड़ने वाली सड़कों को सुधारने की योजना बनाई है। सिंहस्थ मेले में प्रतिदिन पचास लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है, जिसके चलते सड़कों का सुगम और व्यवस्थित होना अत्यधिक आवश्यक हो गया है। सरकार ने इंदौर और उज्जैन के बीच इस फोरलेन रोड के निर्माण को प्राथमिकता दी है ताकि यातायात प्रबंधन और सड़क की स्थिति बेहतर हो सके।
उज्जैन-इंदौर फोरलेन: प्रमुख मार्ग और सुविधाएं
यह नया फोरलेन मार्ग उज्जैन के चिंतामन गणेश मंदिर से शुरू होकर इंदौर एयरपोर्ट तक जाएगा। इस दौरान यह सड़क चंद्रावतीगंज, अजनोद, खजूरिया, हातोद, और गांधी नगर जैसे स्थानों से होते हुए गुजरेगी। सिंहस्थ मेले से पहले इस सड़क के निर्माण को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है ताकि श्रद्धालु और पर्यटक दोनों ही आसानी से यात्रा कर सकें। इसके साथ ही, यह परियोजना उज्जैन और इंदौर के बीच कनेक्टिविटी को आसान बनाकर दोनों शहरों के विकास को भी गति देगी।
सुपर कॉरिडोर से सीधी कनेक्टिविटी और यात्रा का समय कम
इस नए फोरलेन के साथ-साथ इंदौर के सुपर कॉरिडोर से सीधी कनेक्टिविटी की भी योजना बनाई गई है, जिससे इंदौर एयरपोर्ट से आने वाले यात्री भी आसानी से महाकाल मंदिर तक पहुंच सकेंगे। इस सड़क का निर्माण यातायात में तेजी लाएगा और यात्रा का समय भी घटेगा। उज्जैन से इंदौर तक का सफर जो पहले घंटों में पूरा होता था, अब केवल 30 मिनट में संभव होगा। यह खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद होगा जो महाकाल मंदिर के दर्शन के लिए आते हैं।
आर्थिक विकास और स्थानीय संसाधनों में सुधार
इस फोरलेन रोड के निर्माण से न केवल यात्रा सुगम होगी, बल्कि इस क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। नए मार्ग से जुड़ीं ग्राम पंचायतों में स्कूल, कॉलेज, अस्पताल, होटल, गोदाम और पेट्रोल पंप जैसे महत्वपूर्ण संसाधनों की स्थापना के लिए पहले से ही जमीन आरक्षित की जा रही है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
मुख्यमंत्री के निर्देश और तेजी से निर्माण कार्य
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार, इस परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए अधिकारियों को आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है। उन्होंने इस पर विशेष जोर दिया है कि यह फोरलेन न केवल क्षेत्र के धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व को बढ़ाएगा, बल्कि इसके आर्थिक और सामाजिक विकास में भी अहम भूमिका निभाएगा। इस परियोजना पर तेजी से काम शुरू करने के लिए सरकार ने तैयारियां पूरी कर ली हैं, जिससे जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू हो सके।
उज्जैन-इंदौर फोरलेन: भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण परियोजना
उज्जैन और इंदौर के बीच बनने वाला यह नया फोरलेन रोड दोनों शहरों को एक नई दिशा में ले जाएगा। इसका लाभ केवल श्रद्धालुओं तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह क्षेत्र के निवासियों और व्यापारिक गतिविधियों के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित होगा। इंदौर एयरपोर्ट से महाकाल मंदिर तक की सीधी और सुगम कनेक्टिविटी न केवल यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि राज्य के पर्यटन उद्योग को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।
उज्जैन-इंदौर फोरलेन परियोजना मध्य प्रदेश सरकार की एक दूरदर्शी योजना है, जो आने वाले समय में क्षेत्र के विकास के साथ-साथ श्रद्धालुओं और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगी। यह रोड न केवल यात्रा को तेज और सुविधाजनक बनाएगा, बल्कि क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास के नए द्वार भी खोलेगा।